अक्टूबर में आएगा 100 यूनिट पर 100 रुपए और 150 यूनिट पर 384 रुपए बिजली का बिल

उर्जा विभाग ने अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एक जैसा स्लैब लागू कर दिया है। इसके बाद ऐसे सभी उपभोक्ताओं को 100 यूनिट पर छूट मिलेगी, जिनकी मासिक खपत 150 यूनिट (प्रतिदिन 5 यूनिट) तक रहेगी। जिन उपभोक्ताओं की खपत सिर्फ 100 यूनिट आएगी, उन्हें केवल 100 रुपए ही देने होंगे। 


नई योजना के लागू होने पर यह आएगा अंतर













लाभहानि
ऐसे उपभोक्ता जिनकी खपत 100 यूनिट रहेगी उन्हें अब 634 रुपए के बदले 100 रुपए ही देने होंगे। इन्हें 534 रुपए की सब्सिडी मिलेगी। खपत 150 यूनिट तक रहने पर अब 384 रुपए देने होंगे जबकि वर्तमान में 918 रुपए देने पड़ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 20 रुपए प्रति बिल की अतिरिक्त छूट मिलेगी।अब मीटर रीडर की पूछपरख बढ़ेगी। ऐसे उपभोक्ता जिनकी खपत 151 यूनिट से ज्यादा होगी वे 150 यूनिट की खपत लिखने के लिए ही बाध्य करेंगे। मीटर में अधिक रीडिंग होने पर कुछ कंपनी के कर्मचारियों से तालमेल कर गड़बड़ी के भी प्रयास करेंगे। इसलिए मीटर बदलने के आवेदन भी बढ़ेंगे।

ऐसे उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगा लाभ: ऐसे उपभोक्ता जिनकी मासिक खपत 150 यूनिट से ज्यादा होगी, उन्हें किसी भी छूट का फायदा नहीं मिलेगा। इसके लिए विभाग ने इंदिरा गृह ज्योति योजना में संशोधन कर दिया है। 7 सितंबर को जारी आदेश के तहत उपभोक्ताओं को इसका लाभ अक्टूबर में जारी होने वाले सितंबर के बिल से मिलने लगेगा। विभाग ने सॉफ्टवेयर में सुधार की प्रक्रिया चालू कर दी है। फिलहाल इस महीने पुरानी दर पर ही बिजली बिल उपभोक्ताओं को दिए जा रहे हैं। 


सर्दी में खपत कम होने से 70 फीसदी उपभोक्ता आएंगे दायरे में
प्लान: इस योजना का लाभ जिन उपभोक्ताओं को मिलेगा, उन्हें अलग रंग के बिल मिलेंगे। खराब मीटर कंपनी अभियान चलाकर बदलेगी। इसके बाद आकलित खपत बिल में नहीं जुड़ेगी। इस योजना के लागू होने के बाद कंपनी द्वारा अपने उपभोक्ताओं को पूर्व से दी जा रही सभी सुविधाएं खत्म हो जाएंगी।



1000 वाट के बिजली उपकरणों पर एक घंटे में एक यूनिट का खर्च
सर्दी में 125 वाट का फ्रीज, 60 वाट का पंखा नहीं चलेगा। पानी की खपत भी कम रहेगी, इससे आधा हॉर्स पावर (375 वाट) का पानी का पंप भी कम चलेगा। अभी डेढ़ टन का एसी एक घंटे चलाने पर दो यूनिट बिजली खपत होती है, यह भी सर्दी में बंद रहेगी। इससे बिल कम होना स्वाभाविक है। इस तरह एक हजार वाट के भार वाले उपकरण एक घंटे तक चलाने पर एक यूनिट बिजली खर्च आए